लखनऊ मेट्रो ट्रेन सेवा आई.टी कॉलेज और बादशाहनगर के बीच ओएचई टूटने से आई तकनीकी खराबी से कुछ समय के लिए प्रभावित रही। ओएचई में मटैलिक मांझे के फंसने की वजह से ओएचई शॉर्ट होकर टूट गई। ट्रेन सेवाएं बाधित होने के दौरान दूसरी लाइन- मुंशीपुलिया से सीसीएस एयरपोर्ट पर ट्रेन सेवाएं सुचारु रूप से चलती रही। वहीं डाउनलाइन पर 21 मिनट तक मेट्रो सेवाएं प्रभावित रहीं।
लखनऊ मेट्रो के अधिकारियों ने बहुत कम समय में ही आईटी कॉलेज से मुंशीपुलिया के बीच ट्रेन संचालन को सामान्य रूप से शुरू कर दिया था। प्राथमिक जांच के दौरान प्रभावित खंड के ट्रैक पर पतंग के टूटे तार और फटी हुई पतंग मिली।
पतंगबाजी से प्रभावित होती है मेट्रो सेवा
यह घटना बादशाहनगर और आईटी कॉलेज के बीच हुई जहां मटैलिक मांझे के साथ पतंगबाजी की गतिविधियां विशेष रूप से त्योहार के समय काफी देखी जाती हैं। इस खंड के स्लम एरिया में खूब पतंगबाजी होने की वजह से यूपीएमआरसी और यूपी पुलिस नियमित रूप से यहां जागरूकता अभियान चलाती है।
मेट्रो कॉरिडोर के पास पतंगबाजी बहुत खतरनाक है क्योंकि इससे मेट्रो की संपत्ति को काफी नुकसान पहुंचता है और यात्रियों को भी असुविधा होती है। यही कारण है कि आगरा और कानपुर मेट्रो परियोजनाएं तीसरी रेल प्रणाली से लैस हैं।
UPMRC की पतंग ना उड़ाने की अपील
ट्रेन सेवा प्रभावित होने के दौरान यात्रियों को नियमित अंतराल पर ट्रेनों के देरी से आने के बारे में सूचित किया गया और यात्रियों के मार्गदर्शन के लिए पर्याप्त कर्मचारियों की तैनाती भी की गई। लखनऊ मेट्रो की पूरी टीम ने वरिष्ठ मेट्रो अधिकारियों जैसे महाप्रबंधक/संचालन, चीफ इलेक्ट्रिकल इंजीनियर एवं सुरक्षा अधिकारियों के मार्गदर्शन में तुरंत प्रभावित खंड पर पहुंच कर उचित कार्रवाई की।
यूपीएमआरसी लगातार लखनऊ वासियों से अपील करता रहा है कि वे मेट्रो कॉरिडोर के पास पतंग न उड़ाएं ताकि यात्रियों को असुविधा और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान होने से बचाया जा सके।