डिजिटल डेस्क। कर्नाटक में एक स्टेशन के नए नामकरण के प्रस्ताव पर महाराष्ट्र से विरोध उठता दिखाई दे रहा है। छत्रपति शिवाजी महाराज मेट्रो स्टेशन का नाम सेंट मैरी के नाम पर किए जाने के प्रस्ताव पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कड़ा विरोध जताया है।

कर्नाटक की कांग्रेस सरकार ने बेंगलूरु के छत्रपति शिवाजी महाराज मेट्रो स्टेशन का नाम बदल कर सेंट मैरी रेलवे स्टेशन करने का प्रस्ताव रखा है। हाल ही में एक सार्वजनिक कार्यक्रम में कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दरामैया ने कहा कि उनकी सरकार ने स्टेशन के नाम बदलने के प्रस्ताव पर विचार करेगी।

देवेंद्र फडणवीस ने कांग्रेस को घेरा

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कांग्रेस को घेरते हुए कहा है कि इस प्रकार स्टेशन का नाम बदलने का प्रयास कर कांग्रेस छत्रपति शिवाजी महाराज का अपमान करने का काम कर रही है। हमें इसका दुख है। लेकिन यह कोई नई बात नहीं है। पंडित जवाहरलाल नेहरू ने अपनी लिखी पुस्तक डिस्कवरी ऑफ इंडिया में छत्रपति शिवाजी महाराज के बारे में जो लिखा है, वह सभी जानते हैं। यानी यह परंपरा नेहरू के समय से चली आ रही है।

शिवसेना ने सिद्दारामैया से भावनाओं के सम्मान की अपील की

फडणवीस द्वारा कांग्रेस को घेरे जाने के बाद पिछले पांच साल से कांग्रेस के साथ मिलकर राजनीति कर रही शिवसेना (यूबीटी) को लगा कि उसने इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया नहीं दी, तो कल को उसे भी भाजपा घेरने से चूकेगी नहीं। तब उसके प्रवक्ता आनंद दुबे ने बड़े विनम्र तरीके से कर्नाटक के मुख्यमंत्री से अनुरोध किया कि सिद्दारामैया जी आप हमारे पड़ोसी राज्य के मुख्यमंत्री हैं। छत्रपति शिवाजी महाराज से जुड़ी कोई बात हमारी भावना से जुड़ा मामला है। आप हमारी भावनाओं का सम्मान कीजिए।

अभी इस संबंध में कोई निर्णय नहीं- डीके शिवकुमार

इस मामले को तूल पकड़ते देख कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी.शिवकुमार ने सफाई दी है कि इस तरह की सामुदायिक मांगों का जवाब देना कोई असामान्य बात नहीं है। लेकिन अभी इस संबंध में कोई निर्णय नहीं हुआ है।

बता दें कि इससे पहले कर्नाटक सरकार छत्रपति शिवाजी महाराज के पिता शहाजी भोसले की कर्नाटक के दावणगेरे जिले में स्थित समाधि के ठीक से रखरखाव न किए जाने पर भी घिर चुकी है। जबकि महाराष्ट्र में छत्रपति शिवाजी महाराज को देवतुल्य माना जाता है।