मुरादाबाद में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रक्षा बंधन, श्रीकृष्ण जन्माष्टमी और स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में राज्य की सभी महिलाओं को आठ से 10 अगस्त तक यूपी रोडवेज की बसों में मुफ्त यात्रा की सुविधा देने की घोषणा की है।
साथ ही उन्होंने रक्षा बंधन, श्रीकृष्ण जन्माष्टमी और स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में राज्य की सभी महिलाओं को आठ से 10 अगस्त तक यूपी रोडवेज की बसों में मुफ्त यात्रा की सुविधा देने की घोषणा भी की।
इस तालाब को एक सुंदर वॉटर पार्क में तब्दील किया गया है, जिसमें 100 मीटर ऊंचे फव्वारों के साथ लेजर, संगीत और जल स्क्रीन के मेल से शो तैयार किया गया है। तालाब के किनारे सुंदर दीर्घा बनाई गई है, जहां लोग परिवार संग बैठकर शो का आनंद ले सकते हैं। मुख्यमंत्री ने शो की सराहना करते हुए इसे पर्यटन, मनोरंजन और ज्ञान का केंद्र बताया।
देश का सबसे बड़ा वेस्ट म्यूजियम भी हुआ समर्पित
मुख्यमंत्री ने कांशीराम नगर स्थित गौतम बुद्ध पार्क में नगर निगम द्वारा 15 करोड़ रुपये की लागत से तैयार वेस्ट म्यूजियम का भी लोकार्पण किया। यह देश का सबसे बड़ा म्यूजियम है जो पूरी तरह कूड़े पर केंद्रित है।
यहां डिजिटल माध्यम से कचरे के स्रोत, निस्तारण, जनभागीदारी, निगम की भूमिका और व्यावसायिक मॉडल को छह जोन में बांटकर प्रदर्शित किया गया है। साथ ही बच्चों के लिए गई गेम्स भी लगाए गए हैं, जिनके जरिये वह कूड़े से जुड़े स्टार्टअप्स और नवाचार की जानकारी ले सकते हैं।
एक साथ कई परियोजनाओं का लोकार्पण
- 1.20 करोड़ रुपये की लागत से बना राष्ट्रीय गौरव स्मारक
- एनीमल बर्थ कंट्रोल सेंटर
- 36 पार्कों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम
- 120 वेंडिंग कियोस्क
- 276 पार्कों में ओपन जिम
- ब्रास फर्नेस के लिए कॉमन फैसिलिटी सेंटर
- दांडी यात्रा स्मारक
सीएम योगी आदित्यनाथ का विपक्ष पर हमला
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को मुरादाबाद में विपक्षी दलों पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि जो लोग कभी तुष्टिकरण की राजनीति करके सत्ता में आए वह आज पूरी तरह से हाशिए पर पहुंच गए हैं भाजपा की योजनाएं तुष्टिकरण नहीं बल्कि संतुष्टिकरण की भावना पर आधारित हैं, जो बिना किसी भेदभाव के समाज के हर वर्ग तक पहुंचती हैं।
शिक्षा को नकल और जातिवाद से बाहर निकाला
मुख्यमंत्री ने विपक्ष पर कटाक्ष करते हुए कहा कि जिन्होंने सत्ता को अपनी निजी दुकान समझा, उन्होंने शिक्षा व्यवस्था को नकल, अराजकता और जातिवाद में धकेल दिया था। आज वह हमारी समावेशी विकास नीति से घबराए हुए हैं। उन्होंने कहा कि यह विद्यालय न सिर्फ शिक्षा का केंद्र होगा, बल्कि अनुशासन, संस्कार और आत्मनिर्भरता की पाठशाला भी बनेगा।