- चीन के कई शहरों में चिकनगुनिया बीमारी के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, यहां 7000 से अधिक लोग इस रोग का शिकार पाए गए हैं। बीमारी के कारण बड़ी संख्या में लोगों को अस्पतालों में भर्ती कराना पड़ा है।
Chikungunya Outbreak In China: पिछले एक दशक का डेटा उठाकर देखें तो पता चलता है कि चीन कई प्रकार की संक्रामक बीमारियों का हब बना हुआ है। साल 2019 के आखिरी के महीनों में कोरोनावायरस का प्रकोप चीन से ही शुरू हुआ था, इसके बाद यहीं से मिडिल ईस्ट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम-सीओवी (मार्स सीओवी) का एक प्रकोप देखने को मिला।
हालिया रिपोर्ट्स में चीन में बढ़ती एक और बीमारी को लेकर विशेषज्ञों की टीम ने अलर्ट किया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक दक्षिणी चीन के कई शहरों में चिकनगुनिया बीमारी के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, यहां बुधवार (6 अगस्त) तक 7000 से अधिक लोग इस रोग का शिकार पाए गए हैं। बीमारी के कारण बड़ी संख्या में लोगों को अस्पतालों में भर्ती कराना पड़ा है।चीन में चिकनगुनिया के प्रसार को रोकने के लिए अधिकारियों ने इस हफ्त कई कदम उठाए हैं। चिकनगुनिया एक ऐसा वायरस है जो अक्सर तेज बुखार और जोड़ों के दर्द का कारण बनता है। गौरतलब है कि हर साल मानसून और इसके बाद के कुछ महीनों में भारत में भी इस रोग के मामले रिपोर्ट किए जाते रहे हैं, जिसको लेकर सभी लोगों को सावधान रहने की आवश्यकता है।
बीमारी के बढ़ते मामलों को लेकर अलर्ट
साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की एक रिपोर्ट के अनुसार, चीन का फोशान शहर इस रोग से सबसे ज्यादा प्रभावित इलाकों में से एक है, जहां चिकनगुनिया के मरीजों को तब तक अस्पताल में रहने का आदेश दिया गया है जब तक उनकी जांच रिपोर्ट नेगेटिव न आ जाए। इसके अलावा एक सार्वजनिक नोटिस में, खुदरा दवा वाली दुकानों को रोगियों के नाम से पंजीकरण शुरू करने और चिकनगुनिया के लक्षणों, जैसे बुखार, चकत्ते और जोड़ों के दर्द, के इलाज के लिए दवाइयां बेचते समय रिकॉर्ड रखने का आदेश दिया गया है। इससे रोगियों का डेटा रखना आसान हो सकता है।
ये मच्छरों के कारण होने वाली बीमारी है, जिसकी रोकथाम को लेकर भी अधिकारियों ने अलर्ट किया है। कुछ होटल और रेस्टोरेंट, जो मच्छरों के प्रजनन स्थलों को तुरंत खत्म करने में विफल रहे, उन्हें दंडित किया जा चुका है। फोशान के अलावा कम से कम 12 अन्य शहरों में भी संक्रमण की सूचना मिली है।
चिकनगुनिया रोग और इसका खतरा
स्वास्थ्य विशेषज्ञ बताते हैं, चिकनगुनिया मच्छर जनित बीमारी है जो एडीज एजिप्टी और एडीज एल्बोपिक्टस मच्छर के काटने से फैलती है। चिकनगुनिया वायरस शारीरिक संपर्क या लार के जरिए एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में नहीं फैलता। इस बीमारी के कारण रोगियों को तेज बुखार के साथ जोड़ों व शरीर में तेज दर्द जैसे लक्षण होते हैं, जो हल्के से लेकर गंभीर तक हो सकते हैं। ज्यादातर लोग लगभग एक हफ्ते में इस बीमारी से ठीक हो जाते हैं, लेकिन कुछ लोगों में इसका खतरा अधिक भी हो सकता है।
दुर्लभ मामलों में, लक्षण महीनों या वर्षों तक भी रह सकते हैं। यह शायद ही कभी घातक होता है, 1000 में से किसी एक व्यक्ति की इससे मौत हो सकती है।
चिकनगुनिया में क्या दिक्कतें होती हैं?
- बुखार के साथ कुछ लोगों को चिकनगुनिया के कारण सिरदर्द-मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द, शरीर पर चकत्ते, थकान-कमजोरी और मतली जैसी दिक्कतें भी हो सकती हैं।
- स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, वायरस से संक्रमित गर्भवती महिलाओं से भ्रूण में ये वायरस नहीं फैलता। स्तनपान के माध्यम से भी इसका खतरा शिशुओं में नहीं देखा गया है।
इस रोग से बचाव के लिए क्या उपाए किए जाएं?
- बांहों-पैरों, हाथों को ढकने वाले कपड़े पहनें।
- अपने घर के आस-पास पानी न जमा होने दें। खाली पड़े गमले, पुराने टायर, बाल्टियां आदि हटा दें।
- मच्छरों से बचाव के लिए मच्छरदानी का इस्तेमाल करें।
- मच्छरों को घर में प्रवेश से रोकने के लिए सुनिश्चित करें कि आपकी खिड़कियां और दरवादे बंद रहें।
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नोट: यह लेख मेडिकल रिपोर्टस से एकत्रित जानकारियों के आधार पर तैयार किया गया है।
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