
1 करोड़ नौकरियां, फ्री स्कूटी और किसानों के लिए राहत पैकेज – NDA ने बिहार में खोला वादों का पिटारा
बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए ने शुक्रवार को अपना घोषणापत्र (Manifesto) जारी कर चुनावी माहौल को गरमा दिया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी की मौजूदगी में जारी इस घोषणापत्र में रोजगार, महिला सशक्तिकरण और कृषि विकास पर खास जोर दिया गया।
घोषणापत्र जारी करते समय योगी आदित्यनाथ ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर भी तीखा हमला बोला और कहा —
“राहुल गांधी को भारत की मिट्टी और जनता से कोई लगाव नहीं है। जो लोग पाकिस्तान की भाषा बोलते हैं, वे बिहार की किस्मत नहीं बदल सकते।”
🔹 घोषणापत्र के मुख्य वादे
एनडीए ने अपने घोषणापत्र में कई बड़े वादे किए हैं, जिनमें रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य और बुनियादी ढांचे को प्राथमिकता दी गई है।
मुख्य घोषणाएं इस प्रकार हैं:
| वादा | विवरण |
|---|---|
| 💼 1 करोड़ नौकरियां | अगले पांच साल में बिहार में 1 करोड़ युवाओं को रोजगार देने का वादा |
| 🏍️ फ्री स्कूटी योजना | छात्राओं को उच्च शिक्षा में प्रोत्साहन के लिए मुफ्त स्कूटी |
| 🌾 किसान सम्मान योजना | राज्य के किसानों को प्रति वर्ष ₹8,000 की सहायता राशि |
| 🏥 स्वास्थ्य मिशन 2.0 | हर ब्लॉक में एक मॉडल हेल्थ सेंटर की स्थापना |
| 🧱 बुनियादी ढांचा विकास | सड़कों, पुलों और औद्योगिक कॉरिडोर का विस्तार |
| 📚 शिक्षा सुधार योजना | हर जिले में एक “मॉडल डिग्री कॉलेज” की स्थापना |
| 💡 महिला सशक्तिकरण पैकेज | महिला उद्यमियों को बिना ब्याज लोन की सुविधा |
🔹 योगी आदित्यनाथ का राहुल गांधी पर हमला
घोषणापत्र जारी करने के दौरान योगी आदित्यनाथ ने कहा —
“राहुल गांधी और उनकी पार्टी को केवल सत्ता चाहिए, सेवा नहीं।
वे चुनाव आते ही बिहार की याद करते हैं, लेकिन चुनाव खत्म होते ही गायब हो जाते हैं।”
उन्होंने लालू परिवार पर भी निशाना साधते हुए कहा —
“15 सालों तक बिहार को जातिवाद और भ्रष्टाचार में डुबोने वाले अब विकास की बात कर रहे हैं, यह जनता के साथ मजाक है।”
🔹 तेजस्वी यादव पर भी वार
एनडीए नेताओं ने तेजस्वी यादव पर भी ‘महुआ सीट विवाद’ और ‘मोकामा हत्याकांड’ को लेकर सवाल उठाए।
उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा —
“तेजस्वी यादव की राजनीति अब परिवारवाद के दलदल में फंस चुकी है।
जनता जानती है कि वादे सिर्फ भाषणों में पूरे होते हैं, जमीन पर नहीं।”
🔹 एनडीए के विज़न दस्तावेज़ में क्या खास
इस घोषणापत्र को ‘विकसित बिहार @2040’ नाम दिया गया है।
इसमें अगले 15 वर्षों के लिए राज्य के औद्योगिक, शैक्षणिक और रोजगार रोडमैप की झलक दिखाई गई है।
घोषणापत्र में यह भी कहा गया है कि एनडीए सरकार बिहार को
“पूर्वी भारत का ग्रोथ इंजन”
बनाने के लिए टेक्नोलॉजी और इंफ्रास्ट्रक्चर पर बड़ा निवेश करेगी।
🔹 जनता से अपील
घोषणापत्र जारी करते हुए नेताओं ने जनता से अपील की —
“बिहार को फिर से पिछड़ेपन से निकालने के लिए एक स्थिर और मजबूत सरकार जरूरी है।
एनडीए सरकार ने जो कहा, वह किया — और आगे भी करेगी।”
⚖️ बिहार चुनाव में गर्म होती सियासत
एनडीए के घोषणापत्र के साथ ही बिहार में चुनावी पारा चढ़ गया है।
महागठबंधन पहले ही अपनी ‘जनता का अधिकार पत्र’ जारी कर चुका है, जिसमें युवाओं और किसानों को लुभाने वाले वादे शामिल हैं।
अब दोनों गठबंधनों के बीच “रोजगार बनाम जातीय समीकरण” की लड़ाई तेज होती दिख रही है।