बिहार चुनाव 2025: ओवैसी का RJD पर सीधा वार, कहा – “गठबंधन की पेशकश मेरी कमजोरी नहीं, इसका नुकसान राजद को होगा”

68d3ef665cb9b-asaduddin-owaisi-241720835-16x9

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 नजदीक आते ही सियासी बयानबाजी तेज हो गई है। इसी कड़ी में ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने सीमांचल क्षेत्र में आयोजित एक जनसभा के दौरान राष्ट्रीय जनता दल (RJD) पर जमकर निशाना साधा। ओवैसी ने साफ शब्दों में कहा कि गठबंधन का प्रस्ताव रखना किसी तरह की मजबूरी या कमजोरी नहीं है, बल्कि इसका राजनीतिक असर RJD को ही झेलना पड़ेगा।

RJD पर वोट बैंक की राजनीति का आरोप

ओवैसी ने अपने भाषण में आरोप लगाया कि RJD सालों से मुस्लिम वोट बैंक को केवल सत्ता तक पहुंचने के साधन की तरह इस्तेमाल करती रही है। उन्होंने कहा कि चुनाव के समय बड़े-बड़े वादे किए जाते हैं, लेकिन सीमांचल और अन्य इलाकों में शिक्षा, रोजगार और विकास के मुद्दे हमेशा अधूरे रह जाते हैं। AIMIM प्रमुख ने यह भी कहा कि उनकी पार्टी अब ऐसे शोषण के खिलाफ खड़ी होगी और गरीबों, दलितों और अल्पसंख्यकों की आवाज बनेगी।

“हमारी पार्टी निर्णायक भूमिका निभाएगी”

अपने भाषण में ओवैसी ने यह दावा भी किया कि AIMIM अब बिहार की राजनीति में “कमजोर खिलाड़ी” नहीं है। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी जनता के बीच तेजी से लोकप्रिय हो रही है और आगामी विधानसभा चुनाव में निर्णायक भूमिका निभाने की स्थिति में होगी। उन्होंने यह भी दोहराया कि AIMIM किसी भी बड़ी पार्टी की “बी-टीम” नहीं है, बल्कि जनता की असली ताकत है।

सीमांचल पर खास फोकस

सीमांचल इलाका लंबे समय से AIMIM का मजबूत गढ़ माना जाता रहा है। इस क्षेत्र में मुस्लिम आबादी का बड़ा प्रतिशत होने के कारण यह क्षेत्र हर बार चुनावी रणनीतियों का केंद्र बनता है। राजनीतिक विशेषज्ञों का कहना है कि ओवैसी का यह बयान RJD के लिए चिंता बढ़ाने वाला है, क्योंकि अगर AIMIM यहां स्वतंत्र रूप से मजबूती से लड़ती है, तो महागठबंधन के वोट बैंक में सेंध लग सकती है।

राजनीतिक समीकरणों पर असर

बिहार में इस समय सभी प्रमुख दल गठबंधन और सीट बंटवारे की रणनीति बनाने में जुटे हैं। RJD, कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल मिलकर भाजपा को चुनौती देने की तैयारी में हैं, वहीं AIMIM का आक्रामक तेवर इस समीकरण को बिगाड़ सकता है। विश्लेषकों का मानना है कि अगर AIMIM ने सीमांचल के अलावा अन्य क्षेत्रों में भी पैठ बनाई, तो यह चुनावी तस्वीर को नया मोड़ दे सकता है।

Share it :

End