दिल्ली ब्लास्ट पर सरकार की बड़ी घोषणा: कैबिनेट ने माना आतंकी हमला, PM मोदी और मंत्रियों ने शहीदों को दी श्रद्धांजलि

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दिल्ली के लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास हुए भीषण धमाके को लेकर केंद्र सरकार ने आधिकारिक रूप से इसे आतंकी हमला घोषित कर दिया है
इस हमले में अब तक 10 लोगों की मौत और 24 से अधिक घायल हो चुके हैं।
बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में इस घटना पर विस्तार से चर्चा हुई,
जहां इसे देश की राष्ट्रीय सुरक्षा पर सीधा हमला करार दिया गया।

बैठक में मौजूद मंत्रियों ने हमले में मारे गए निर्दोष नागरिकों को श्रद्धांजलि दी और दो मिनट का मौन रखा गया।
सरकार ने कहा कि दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा और राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को पूर्ण अधिकारों के साथ जांच सौंप दी गई है


1. कैबिनेट मीटिंग में सुरक्षा एजेंसियों की रिपोर्ट पेश

कैबिनेट की इस अहम बैठक में गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल भी मौजूद थे।
बैठक में NIA, IB और दिल्ली पुलिस द्वारा पेश की गई प्रारंभिक जांच रिपोर्ट साझा की गई।
इन रिपोर्ट्स में संकेत मिला कि यह हमला सुनियोजित और प्रशिक्षित आतंकियों द्वारा किया गया था, जिनके तार विदेशी नेटवर्क से जुड़े हो सकते हैं।

गृह मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा,

“धमाके की प्रकृति, इस्तेमाल किए गए विस्फोटक और घटनास्थल की निगरानी फुटेज यह साबित करती है कि यह कोई सामान्य अपराध नहीं था, बल्कि एक संगठित आतंकी वारदात थी।”


2. सरकार का रुख – “भारत आतंक के सामने झुकेगा नहीं”

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस घटना को लेकर सख्त रुख अपनाया है।
उन्होंने कहा कि भारत की सुरक्षा व्यवस्था इतनी मजबूत है कि किसी भी आतंकी संगठन को अपने मंसूबों में सफल नहीं होने दिया जाएगा

पीएम मोदी ने ट्वीट किया,

“दिल्ली धमाका एक कायराना आतंकी हरकत है। मैं शहीदों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं।
हमारे सुरक्षा बल दोषियों को न्याय के कटघरे में खड़ा करेंगे।”


3. राष्ट्रीय सुरक्षा पर बनी उच्च स्तरीय समिति

कैबिनेट ने फैसला लिया है कि इस घटना के बाद राष्ट्रीय सुरक्षा मूल्यांकन समिति (National Security Review Board) का गठन किया जाएगा,
जो आने वाले 30 दिनों में राजधानी क्षेत्र की सुरक्षा खामियों और खुफिया तंत्र की कार्यप्रणाली की समीक्षा करेगी।

यह समिति गृह मंत्रालय, रक्षा मंत्रालय, और साइबर सुरक्षा विभाग के शीर्ष अधिकारियों के साथ मिलकर नई सुरक्षा रणनीति तैयार करेगी


4. NIA की जांच — कई संदिग्धों से पूछताछ

NIA ने इस मामले में जांच का दायरा बढ़ा दिया है।
अब तक दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में 20 से अधिक स्थानों पर छापेमारी की गई है।
कई संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है, जिनमें कुछ मेडिकल और इंजीनियरिंग पृष्ठभूमि वाले युवक भी शामिल हैं।

एजेंसी के सूत्रों के मुताबिक, ब्लास्ट में इस्तेमाल RDX और एल्युमिनियम नाइट्रेट आधारित विस्फोटक थे,
जिन्हें अत्याधुनिक तकनीक से रिमोट डिवाइस द्वारा ट्रिगर किया गया।


5. दिल्ली पुलिस को हाई अलर्ट पर रखा गया

दिल्ली पुलिस ने राजधानी में उच्च सुरक्षा अलर्ट घोषित कर दिया है।
लाल किला, इंडिया गेट, और संसद भवन के आसपास सुरक्षा घेरा और कड़ा कर दिया गया है।
सभी मेट्रो स्टेशनों और सार्वजनिक स्थलों पर QR-कोड स्कैनिंग और चेहरे की पहचान तकनीक (facial recognition) का उपयोग बढ़ाया जा रहा है।

पुलिस कमिश्नर संजय अरोड़ा ने कहा,

“हम राजधानी को सुरक्षित रखने के लिए सभी कदम उठा रहे हैं।
लोगों से अपील है कि किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत पुलिस को सूचना दें।”


6. विपक्ष ने उठाए सवाल, सरकार ने दी प्रतिक्रिया

घटना के बाद विपक्षी दलों ने सरकार से पूछा कि आखिर राजधानी जैसी जगह पर सुरक्षा में चूक कैसे हुई
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि यह घटना देश की सुरक्षा प्रणाली पर बड़ा सवाल है।

वहीं गृह मंत्री अमित शाह ने जवाब देते हुए कहा,

“यह समय राजनीति करने का नहीं है। हमारी प्राथमिकता है कि आतंक के नेटवर्क को जड़ से खत्म किया जाए।”

उन्होंने यह भी बताया कि केंद्र सरकार राज्यों के साथ मिलकर ‘ऑपरेशन सुरक्षा कवच’ शुरू करने जा रही है,
जिसके तहत मेट्रो शहरों में AI-आधारित सर्विलांस नेटवर्क स्थापित किया जाएगा।


7. शहीदों के परिवारों के लिए आर्थिक सहायता

सरकार ने कैबिनेट बैठक में यह भी निर्णय लिया कि दिल्ली ब्लास्ट में मारे गए नागरिकों के परिवारों को 10-10 लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी।
साथ ही घायलों के इलाज का पूरा खर्च केंद्र सरकार वहन करेगी।

प्रधानमंत्री राहत कोष से यह राशि सीधे पीड़ित परिवारों के बैंक खातों में ट्रांसफर की जाएगी।
दिल्ली सरकार ने भी पीड़ितों के परिवारों को अतिरिक्त आर्थिक मदद और सरकारी नौकरी देने का आश्वासन दिया है।


8. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर निंदा और समर्थन

दिल्ली ब्लास्ट की निंदा कई देशों ने की है।
अमेरिका, फ्रांस, रूस और जापान सहित कई राष्ट्रों ने भारत को हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया है।
यूएन महासचिव ने भी बयान जारी करते हुए कहा कि आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई में दुनिया उसके साथ खड़ी है।


9. राजधानी में बढ़ी खुफिया गतिविधियां

इस हमले के बाद RAW और IB ने अंतरराष्ट्रीय आतंकी संगठनों की ऑनलाइन गतिविधियों पर कड़ी निगरानी शुरू कर दी है।
खुफिया एजेंसियों ने बताया कि हाल के महीनों में दिल्ली से संबंधित कुछ एन्क्रिप्टेड कम्युनिकेशन और क्रिप्टो ट्रांजैक्शन पाए गए थे,
जो अब जांच का हिस्सा हैं।


10. निष्कर्ष — सरकार का संदेश स्पष्ट: ‘आतंक को जड़ से खत्म करेंगे’

दिल्ली धमाके को लेकर सरकार का रुख बेहद सख्त है।
कैबिनेट मीटिंग में यह स्पष्ट कर दिया गया कि भारत अब किसी भी आतंकी चुनौती के सामने झुकने वाला नहीं है
सरकार ने कहा कि इस घटना को “राष्ट्रीय सुरक्षा पर हमला” मानकर उसका संपूर्ण जवाब दिया जाएगा

इस कदम से न केवल जांच को गति मिलेगी, बल्कि देशभर में यह संदेश भी जाएगा कि
भारत की धरती पर आतंक की कोई जगह नहीं

 

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