देशभर में रोजाना साइबर ठगी के कई मामले सामने निकलकर आते रहते हैं, जहां लोगों के खातों से मिनटों में पैसे निकाल लिए जाते हैं। ऐसे में आपको साइबर फ्रॉड और उससे जुड़ी घटनाओं को लेकर सजग रहने की जरूरत है।
आज के इस डिजिटल युग में इंटरनेट आने के बाद हमारी जिंदगी काफी आसान हो गई है। किसी सरकारी योजना का लाभ लेने से लेकर ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर खरीदारी सब कुछ मोबाइल फोन की मदद से किया जा सकता है। वहीं दूसरी तरफ साइबर अपराध की घटनाओं में भी लगातार वृद्धि देखने को मिल रही है। आज के समय जहां मोबाइल बैंकिंग, ऑनलाइन शॉपिंग और UPI ट्रांजैक्शन जैसी सुविधाओं से लेनदेन आसान हुआ है। वहीं इससे जुड़े अपराध भी खूब हो रहे हैं। डिजिटल दुनिया में आपकी जरा सी लापरवाही एक बड़े नुकसान की वजह बन सकती है। देशभर में रोजाना साइबर ठगी के कई मामले सामने निकलकर आते रहते हैं, जहां लोगों के खातों से मिनटों में पैसे निकाल लिए जाते हैं। ऐसे में आपको साइबर फ्रॉड और उससे जुड़ी घटनाओं को लेकर सजग रहने की जरूरत है।
लुभावने लालच या फिशिंग लिंक्स भेजकर अगर आपके बैंक खाते से बिना जानकारी के पैसे निकाल लिए गए हैं, तो आपको बिना देर किए साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करनी चाहिए।
इस नंबर को सरकार ने जारी किया है। इसका काम साइबर क्राइम से जुड़े मामलों में तुरंत कार्रवाई करना है। इस नंबर पर कॉल करने के बाद आप जितनी जल्दी इसकी शिकायत करेंगे उतनी ज्यादा संभावना आपके ट्रांजैक्शन को ट्रैक करने की होगी। इससे आपके पैसे दोबारा वापस मिलने की संभावना बढ़ जाएगी।
अगर आप अपने साथ हुई साइबर फ्रॉड की घटना की देरी से शिकायत दर्ज कराते हैं, तो पैसे मिलने की संभावना कम हो जाती है। आज के इस युग में आपको साइबर फ्रॉड को लेकर जागरुक रहना जरूरी है।
फेक कॉल्स या मैसेज का जवाब न दें। इसके अलावा अपनी पर्नसल जानकारी और ओटीपी किसी के साथ साझा न करें। ऐसा करने से आपकी जिंदगी भर की कमाई पल भर में चपत हो सकती है।