
पंजाब पुलिस के पूर्व डीजीपी (Director General of Police) मोहम्मद मुस्तफा एक बड़े विवाद में फंस गए हैं। उन पर अपने ही बेटे की हत्या करवाने के आरोप लगे हैं। इस सनसनीखेज मामले में पुलिस ने मोहम्मद मुस्तफा, उनकी पत्नी और बेटी के खिलाफ FIR दर्ज की है।
मामले ने राजनीतिक और सामाजिक हलकों में हलचल मचा दी है, क्योंकि मुस्तफा पंजाब पुलिस में एक चर्चित नाम रहे हैं और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता नवजोत सिंह सिद्धू के करीबी माने जाते हैं।
🔹 क्या है पूरा मामला?
पुलिस के मुताबिक, मोहम्मद मुस्तफा के बेटे की मौत को पहले सामान्य हादसा माना जा रहा था, लेकिन अब उसके हत्या किए जाने की आशंका जताई जा रही है।
मृतक के दोस्तों और करीबी रिश्तेदारों के बयान के बाद पुलिस ने जांच को हत्या के एंगल से आगे बढ़ाया।
जांच में सामने आया कि मुस्तफा और उनके बेटे के बीच गंभीर पारिवारिक विवाद चल रहा था। आरोप है कि पूर्व DGP का अपने बेटे की पत्नी — यानी अपनी बहू — से अवैध संबंध था, जिसके चलते घर में लंबे समय से तनाव बना हुआ था।
🔹 FIR में कौन-कौन नामजद?
इस मामले में जो एफआईआर दर्ज की गई है, उसमें तीन नाम शामिल हैं —
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मोहम्मद मुस्तफा (पूर्व DGP)
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उनकी पत्नी
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उनकी बेटी
तीनों पर हत्या (IPC धारा 302) और साजिश (धारा 120B) सहित गंभीर धाराओं में मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, सबूतों और डिजिटल रिकॉर्ड की जांच के बाद ही यह एफआईआर दर्ज की गई।
🔹 बहू ने लगाए गंभीर आरोप
मृतक की पत्नी (यानी मुस्तफा की बहू) ने पुलिस को दिए बयान में चौंकाने वाले आरोप लगाए हैं।
उसका कहना है कि —
“मेरे पति को योजनाबद्ध तरीके से मारा गया। घर में मेरे साथ दुर्व्यवहार किया जाता था और मुझ पर दबाव डाला जाता था।”
उसने यह भी आरोप लगाया कि पूर्व DGP ने अपनी ताकत और प्रभाव का इस्तेमाल कर मामले को दबाने की कोशिश की।
🔹 पुलिस की कार्रवाई और आगे की जांच
फिलहाल पुलिस ने मामले की जांच के लिए स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) गठित की है। टीम इस बात की पड़ताल कर रही है कि बेटे की मौत के पीछे पारिवारिक विवाद था या कोई अन्य वजह।
पुलिस ने कुछ इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, मोबाइल डेटा और CCTV फुटेज जब्त किए हैं।
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में भी संदिग्ध चोटों के निशान मिलने की बात कही जा रही है, जिससे हत्या का शक और गहरा गया है।
🔹 राजनीतिक हलचल
पूर्व DGP मोहम्मद मुस्तफा कांग्रेस शासनकाल के दौरान महत्वपूर्ण पदों पर रह चुके हैं और नवजोत सिंह सिद्धू के बेहद करीबी बताए जाते हैं।
उन पर लगे आरोपों के बाद राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है। विपक्षी दलों ने सरकार से मांग की है कि “कानून के सामने सब बराबर हैं, इसलिए किसी भी तरह का राजनीतिक दबाव नहीं होना चाहिए।”
🔹 निष्कर्ष
पूर्व पुलिस प्रमुख पर बेटे की हत्या का आरोप लगना न सिर्फ पंजाब पुलिस की साख के लिए बड़ा झटका है, बल्कि यह मामला अब राजनीतिक और पारिवारिक दोनों स्तरों पर संवेदनशील बन गया है।
SIT जांच जारी है, और आने वाले दिनों में कई चौंकाने वाले खुलासे होने की संभावना जताई जा रही है।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, “मामला बेहद गंभीर है। सबूतों के आधार पर ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।”
अब पूरा प्रदेश इस हाई-प्रोफाइल केस पर नजरें गड़ाए हुए है।