भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच फाइनल रविवार को खेला जाना है और सेमीफाइनल में सात बार की चैंपियन आस्ट्रेलिया को रिकॉर्ड लक्ष्य का पीछा करके पांच विकेट से हराने वाली मेजबान टीम को खिताब का प्रबल दावेदार माना जा रहा है ।

भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच फाइनल रविवार को खेला जाना है और सेमीफाइनल में सात बार की चैंपियन आस्ट्रेलिया को रिकॉर्ड लक्ष्य का पीछा करके पांच विकेट से हराने वाली मेजबान टीम को खिताब का प्रबल दावेदार माना जा रहा है।
सेमीफाइनल में भारतीय टीम के प्रदर्शन के बाद फाइनल के लिए डी वाई पाटिल स्टेडियम के बाहर टिकट के लिए प्रशंसकों की भीड़ देखी जा सकती है। स्टेडियम में दर्शकों को आकर्षित करने के लिए टिकट की कीमत महज 100 रुपए थे शुरू थी लेकिन शनिवार दोपहर तक स्टेडियम में दर्शकों के लिए टिकट उपलब्ध नहीं थे। ठाणे जिले के पंडियन परिमल ने बताया कि वह सुबह ही स्टेडियम आ गए थे लेकिन यहां किसी को टिकट नहीं मिल रहा है।
उन्होंने कहा, ‘मैं सुबह नौ बजे से ही यहां आया हूं लेकिन यहां काफी भीड है और किसी को टिकट नहीं मिल रहा है। ऑनलाइन माध्यम से भी टिकट नहीं मिल पा रहा है। यहां बड़ी संख्या में लोग आए हैं, इसमें कम से कम दो तीन प्रशंसकों को भी टिकट मिलना चाहिए।’
वहीं, एक अन्य प्रशंसक शिफ्तैन इफ्तार ने कहा कि वह दो दिनों से टिकट के लिए यहां आ रहे है, लेकिन यहां कोई भी जवाब नहीं मिला। हमें कल (शुक्रवार) बताया गया था कि आज दोपहर 12 बजे से टिकट मिलने शुरू हो जाएंगे लेकिन यहां सुबह से पहुंचने के बाद दोपहर हो गया लेकिन टिकट के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पा रही है।
महिला प्रशंसक भी स्टेडियम के बाहर टिकट खरीदने का इंतजार करते दिखी। मुंबई से आयी प्रशंसक किशोरी धौलपुरिया ने टिकटों की कालाबाजारी का आरोप लगाते हुए कहा, ‘‘ हमें यहां कुछ भी जानकारी नहीं दी जा रही है। हम धूप और बारिश में यहां खड़े है लेकिन तीन दिन से कोशिश के बावजूद टिकट का कुछ पता नहीं चल पा रहा है।
स्थानीय प्रशंसक आंचल ने कहा कि हमें एक दिन पहले बताया गया था कि आज दोपहर 12 बजे से टिकट के लिए गेट खोल दिए जाएंगे लेकिन काफी समय बीत जाने के बाद भी कुछ पता नहीं चला रहा है। उन्होंने कहा कि अगर टिकट खत्म हो गए हैं तो उनको बता देना चाहिए कि टिकट उपलब्ध नहीं हैं।
टिकटों की उपलब्धता की स्थिति जानने के लिए जब स्टेडियम के प्रबंधकों से बात करने कोशिश की गयी लेकिन उन से भी कोई स्पष्ट जवाब नहीं मिला। कक्षा नौवीं की छात्र लावण्या ने भी इसी तरह की शिकायत करते हुए कहा कि वह टीम को ट्रॉफी जीतते देखना चाहती है लेकिन टिकट नहीं मिल पा रहा है।
उन्होंने कहा, ‘आज टिकट काउंटर खोलने का वादा किया गया था लेकिन स्टेडियम के पहुंचने वाले रास्ते का ही गेट बंद है और यहां कोई जानकारी नहीं दी जा रही है।’ खुद क्रिकेट खेलने वाली पूर्वा ने कहा कि उनका सपना भारत को चैंपियन बनते देखने का है लेकिन टिकट नहीं मिलने के कारण लगता है कि यह अधूरा ही रह जाएगा।