कन्नौज में पुलिस छापेमारी के दौरान दलित किशोर लापता, नदी में कूदने की आशंका; SHO समेत तीन पुलिसकर्मी निलंबित

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उत्तर प्रदेश के कन्नौज जिले में पुलिस छापेमारी के दौरान एक दलित किशोर के लापता होने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। बताया जा रहा है कि पुलिस की दबिश के दौरान किशोर ने खुद को बचाने के लिए नदी में छलांग लगा दी, जिसके बाद से वह 30 घंटे से लापता है। घटना के बाद इलाके में तनाव का माहौल है और मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने थाना प्रभारी (SHO) सहित तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है।

घटना कैसे हुई

मामला कन्नौज जिले के गुरसहायगंज थाना क्षेत्र का बताया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक, पुलिस टीम किसी अभियुक्त की तलाश में छापेमारी करने गांव पहुंची थी। इसी दौरान घर के पास मौजूद एक 17 वर्षीय दलित किशोर पुलिस को देखकर डर गया और भागने लगा। पुलिसकर्मियों ने उसे रोकने की कोशिश की, तो वह पास की काली नदी में कूद गया।

स्थानीय लोगों के मुताबिक, किशोर तेज धारा में बह गया और उसके बाद से कोई सुराग नहीं मिला। घटना के तुरंत बाद ग्रामीणों ने हंगामा शुरू कर दिया और पुलिस पर अत्यधिक दबाव और डराने-धमकाने का आरोप लगाया।

30 घंटे से जारी तलाशी अभियान

घटना की सूचना मिलने के बाद प्रशासन ने गोताखोरों की मदद से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कराया। पुलिस और एनडीआरएफ की टीमें पिछले 30 घंटे से नदी में किशोर की तलाश कर रही हैं, लेकिन अब तक कोई सफलता नहीं मिली है। लगातार हो रही तलाशी के बावजूद किशोर का कोई पता न चलने से परिजनों में आक्रोश है।

SHO और तीन पुलिसकर्मी निलंबित

मामले के बढ़ने पर कन्नौज के पुलिस अधीक्षक (SP) ने तत्काल प्रभाव से थाना प्रभारी (SHO) समेत तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है। साथ ही घटना की जांच अपर पुलिस अधीक्षक (ASP) को सौंपी गई है। अधिकारियों ने कहा कि जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

परिवार का आरोप और विरोध

लापता किशोर के परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने घर में घुसकर दहशत फैलाने की कोशिश की, जिससे लड़का डर गया और नदी में कूद गया। परिवार का कहना है कि अगर पुलिस ने संयम दिखाया होता, तो यह हादसा नहीं होता। परिजनों ने प्रशासन से दोषी पुलिसकर्मियों पर सख्त कार्रवाई और मुआवजे की मांग की है।

प्रशासन की अपील

जिला प्रशासन ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। अधिकारियों का कहना है कि बचाव अभियान लगातार जारी है और हर संभव प्रयास किया जा रहा है कि लड़के का पता लगाया जा सके।

कन्नौज में हुई इस घटना ने एक बार फिर से पुलिस कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय स्तर पर जांच शुरू कर दी गई है और जिला प्रशासन मामले की हर गतिविधि पर नज़र रखे हुए है।

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