लखनऊ में इंसानियत शर्मसार: युवक ने किया कुत्ते के साथ दुष्कर्म, वीडियो वायरल होने पर मचा हड़कंप

गोमतीनगर में घिनौनी हरकत से फैली सनसनी
Lucknow: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से एक शर्मनाक और दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसने मानवता को कलंकित कर दिया। गोमतीनगर के पत्रकारपुरम इलाके में एक युवक ने सड़क पर घूम रहे मासूम स्ट्रीट डॉग को पहले खाने का लालच देकर अपने पास बुलाया और फिर उसके साथ दुष्कर्म जैसी घिनौनी वारदात को अंज़ाम दिया। इस पूरे कृत्य का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते ही इलाके में आक्रोश फैल गया।
Lucknow: घटना का वीडियो वायरल, मची हलचल
7 अगस्त 2025 की शाम सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हुआ, जिसमें आरोपी युवक कुत्ते को बहला-फुसलाकर पकड़ता है और फिर उसके साथ अमानवीय कृत्य करता है। वीडियो देखकर लोग हैरान और गुस्से में हैं। कई यूज़र्स ने तुरंत इसे एनजीओ और पुलिस को टैग कर कार्रवाई की मांग की।
एनजीओ ने दर्ज कराई शिकायत
जानवरों के हक की लड़ाई लड़ने वाली संस्था “आसरा द हेल्पिंग हैंड्स” की संस्थापक रश्मि गौतम ने इस वीडियो को देखने के बाद तत्काल गोमतीनगर थाने में तहरीर दी। उन्होंने मांग की कि आरोपी को पशु क्रूरता अधिनियम और आईपीसी की संबंधित धाराओं के तहत कड़ी सजा दी जाए, ताकि भविष्य में कोई भी इस तरह की शर्मनाक हरकत करने से पहले सौ बार सोचे।
Lucknow: पुलिस की जांच और आरोपी की तलाश
गोमतीनगर थाना पुलिस ने शिकायत मिलने के बाद मामला दर्ज कर लिया है और वायरल वीडियो के आधार पर आरोपी की पहचान करने में जुट गई है। पुलिस सीसीटीवी फुटेज और स्थानीय लोगों से पूछताछ कर रही है। अधिकारियों का कहना है कि आरोपी को जल्द पकड़ लिया जाएगा और उस पर सख्त धाराओं में मुकदमा दर्ज होगा।
Lucknow: लोगों में आक्रोश और कानून पर सवाल
यह घटना सिर्फ एक जानवर के साथ हुई है, लेकिन इससे समाज में क्रूर मानसिकता रखने वाले लोगों का असली चेहरा सामने आया है। सोशल मीडिया पर लोग सवाल उठा रहे हैं कि ऐसे अपराधियों पर केवल जुर्माना और हल्की सजा क्यों दी जाती है? कई लोग मांग कर रहे हैं कि जानवरों के साथ यौन शोषण को “गंभीर अपराध” की श्रेणी में डालकर कठोरतम सजा का प्रावधान होना चाहिए।
समाज के लिए चेतावनी
यह घटना सिर्फ एक वायरल वीडियो या पुलिस केस नहीं है, बल्कि समाज के लिए एक चेतावनी है कि इंसानियत किस हद तक गिर चुकी है। अगर समय रहते कानून और व्यवस्था ने ऐसे लोगों पर नकेल नहीं कसी, तो भविष्य में ऐसी घटनाएं और बढ़ सकती हैं।