Morgan Stanley: मॉर्गन स्टेनली ने अपनी एक रिसर्च रिपोर्ट में आशंका जताई कि एआई अपनाने से 90 प्रतिशत व्यवसायों पर असर पड़ सकता है। हालांकि, रिपोर्ट में यह अनुमान भी जताया गया है कि एआई तकनीक के इस्तेमाल से वैश्विक बाजार में खरबों रुपये की मार्केट वैल्यू भी हासिल की जा सकती है। रिपोर्ट में आगे क्या है, आइए जानते हैं विस्तार से।

दुनिया में तेजी से अपनी जगह बना रही एआई तकनीक आने वाले समय में श्रम बजार पर बड़ा असर डालने वाली है। यह वैश्विक व्यापार में सबसे परिवर्तनकारी शक्तियों के रूप में तेजी से उभर रही है। मॉर्गन स्टेनली ने अपनी एक रिसर्च रिपोर्ट में आशंका जताई कि एआई अपनाने से 90 प्रतिशत व्यवसायों पर असर पड़ सकता है। हालांकि एआई के इस्तेमाल से खरबों रुपये की मार्केट वैल्यू भी हासिल की जा सकती है। रिपोर्ट में आगे क्या कहा गया है, आइए जानते हैं विस्तार से।
रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया है कि इसमें से 490 अरब डॉलर एजेंटिक एआई से आएंगे। यह न्यूनतम मानवीय निगरानी के साथ योजना बनाने, निर्णय लेने और कार्य निष्पादन में सक्षम सॉफ्टवेयर है। इसमें 430 अरब डॉलर मानव जैसे रोबोट के समान तकनीक वाले कृत्रिम बुद्धिमत्ता से आएंगे। रिपोर्ट के अनुसार लंबी अवधि में एसएंडपी 500 के बाजार पूंजीकरण में 13 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर से 16 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर की वृद्धि में तब्दील हो सकता है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि जैसे-जैसे कंपनियां कृत्रिम बुद्धिमत्ता में अरबों डॉलर का निवेश कर रही हैं, निवेशक एक ट्रिलियन डॉलर का सवाल पूछ रहे हैं, वह सवाल है- क्या यह तकनीकी क्रांति उत्पादकता और मुनाफे को बढ़ाएगी, या सिर्फ नौकरियों को खा जाएगी?”
रिपोर्ट में एक ज्यादा आशावादी दृष्टिकोण सुझााया गया है। इसमें कहा गया है कि एआई को एक ऐसी शक्ति के रूप में देखा जा रहा है जो श्रम बाजारों को और ऊपर उठा सकती है और नई भूमिकाएं सृजित सकती है। एआई के बढ़ते इस्तेमाल से केवल नौकरियां जाएंगीं ही नहीं, बल्कि अलग तरह के मौके पैदा भी होंगे।
मॉर्गन स्टेनली ने कहा कि विद्युतीकरण से लेकर इंटरनेट तक, तकनीकी क्रांतियों ने ऐतिहासिक रूप से काम किया है और रोजार को नया रूप दिया है। एआई कुछ नौकरियों को खत्म कर सकता है लेकिन इससे पूरी तरह से नए पेशे सृजित होने और नए तरह की कौशल की की मांग को बढ़ावा मिलने की भी पूरी उम्मीद है। मॉर्गन स्टेनली की अमेरिकी अर्थशास्त्री हीथर बर्जर ने कहा, “हालांकि कुछ भूमिकाएं स्वचालित हो सकती हैं, वहीं अन्य में एआई के इस्तेमाल से सुधार देखने को मिलेगा। एआई के पूरी तरह से नई भूमिकाएं सृजित करने की संभावना है।”
कंपनियां पहले से ही मुख्य एआई अधिकारी जैसे पदों का सृजन करके इसकी तैयारी कर रही हैं ताकि इसे अपनाया जा सके। डेटा गवर्नेंस, अनुपालन और सूचना सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में भी एआई के इस्तेमाल से वृद्धि की उम्मीद है। मॉर्गन स्टेनली ने एआई से संचालित मूल्य निर्धारण की सबसे अधिक संभावना वाले तीन प्रमुख क्षेत्रों की भी पहचान की है। एजेंसी के अनुसार ये तीन क्षेत्र हैं- उपभोक्ता वस्तुओं का वितरण और खुदरा क्षेत्र, रियल एस्टेट प्रबंधन और विकास व परिवहन क्षेत्र।
खुदरा क्षेत्र में आपूर्ति-शृंखला अनुकूलन और व्यक्तिगत मूल्य निर्धारण से लेकर रियल एस्टेट में मानवीय सहायता और लॉजिस्टिक्स में स्वायत्त वितरण प्रणालियों तक, एआई को अपनाने से विभिन्न उद्योगों में परिचालन की नई परिभाषा गढ़ी जा सकती है। एआई क्षमताएं हर सात महीने में दोगुनी होती जा रही हैं। इसे देखते हुए रिपोर्ट के निष्कर्ष में कहा गया है कि निवेशकों को एआई अपनाने की अपनी क्षमता पर बारीकी से नजर रखनी चाहिए। रिपोर्ट के अनुसार सुधार की गति और मूल्य सृजन पर इसके प्रभाव को अभी भी कम आंका गया है।