
लखनऊ के डालीबाग इलाके में कभी मुख्तार अंसारी की शानो-शौकत वाली कोठी खड़ी हुआ करती थी। सरकार ने इस संपत्ति को अवैध कब्जे और शत्रु संपत्ति घोषित कर कार्रवाई की, जिसके बाद 2020 में बुलडोज़र चलाकर इसे जमींदोज़ कर दिया गया। अब इसी जमीन पर गरीब और जरूरतमंद परिवारों के लिए नए घर तैयार हो रहे हैं।
लखनऊ विकास प्राधिकरण (LDA) ने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत इस भूखंड पर 72 फ्लैटों का निर्माण शुरू कर दिया है। जानकारी के अनुसार, यहां दो अपार्टमेंट ब्लॉक बनाए जाएंगे, जिनमें प्रत्येक में 36-36 फ्लैट होंगे। ये इमारतें चार मंज़िला होंगी और हर फ्लैट की अनुमानित लागत लगभग 4.5 लाख रुपये तय की गई है।
इस परियोजना पर लगभग 3.5 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं। फ्लैटों का आवंटन जिला शहरी विकास प्राधिकरण (DUDA) के जरिए किया जाएगा ताकि वे सही मायने में आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (EWS) के लोगों तक पहुंच सकें।
गौरतलब है कि 2007 में इस प्लॉट पर नकली दस्तावेजों के सहारे मैप पास कराकर कोठी बनाई गई थी। लेकिन 2017 में योगी सरकार आने के बाद जांच बैठी और अवैध निर्माण उजागर हुआ। आखिरकार, 2020 में कोठी को ध्वस्त कर जमीन सरकारी कब्जे में ले ली गई।
अब उसी जगह गरीब परिवारों के लिए घर बनना सत्ता की उस नीति का हिस्सा माना जा रहा है, जिसमें माफिया और अपराधियों की संपत्ति ज़ब्त कर जनता के हित में इस्तेमाल की जा रही है।