
नेपाल में जारी राजनीतिक अस्थिरता और युवा आंदोलनों के बीच हालात बिगड़ते जा रहे हैं। राजधानी काठमांडू समेत कई जिलों में हो रहे विरोध प्रदर्शनों के बीच हजारों कैदी जेल से फरार हो गए। रिपोर्टों के अनुसार देशभर की अलग-अलग जेलों से करीब 7,000 से 13,500 कैदी भाग निकले।
स्थिति को काबू में करने के लिए तैनात सेना को धादिंग जिले में फायरिंग करनी पड़ी। यहां सुरक्षा घेरे को तोड़कर भागने की कोशिश कर रहे कैदियों पर गोली चलाई गई, जिसमें दो कैदियों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। मृतकों की पहचान 75 वर्षीय जीत बहादुर घले और 36 वर्षीय इन्द्र बहादुर डाला के रूप में हुई है।
फायरिंग में सात कैदी और कुछ सुरक्षा कर्मी भी घायल हुए हैं। सेना और पुलिस अब फरार कैदियों की तलाश में सर्च ऑपरेशन चला रही है।
ये घटनाएं उस समय हो रही हैं जब नेपाल में “Gen-Z आंदोलन” के नाम से युवाओं का बड़ा विरोध प्रदर्शन चल रहा है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर बैन, भ्रष्टाचार और लोकतांत्रिक अधिकारों की कमी के खिलाफ हजारों युवा सड़कों पर उतर आए हैं। कई स्थानों पर सरकारी इमारतों में तोड़फोड़ और आगजनी भी हुई है।
सरकार ने हालात बिगड़ने से रोकने के लिए सुरक्षा बलों की तैनाती बढ़ा दी है, लेकिन हालात फिलहाल काबू में आते नहीं दिख रहे।