
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से गहरी जुड़ाव रखने वाले चंद्रपुरम पोनुसामी राधाकृष्णन मंगलवार को भारत के 15वें उपराष्ट्रपति चुने गए। 67 वर्षीय राधाकृष्णन इस पद पर आसीन होने वाले तमिलनाडु के तीसरे नेता बन गए हैं। उन्होंने जगदीप धनखड़ का स्थान लिया है, जिन्होंने 21 जुलाई को स्वास्थ्य कारणों से इस्तीफा दे दिया था।
उपराष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए लोकसभा और राज्यसभा के सांसदों ने मतदान किया। मतदान सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक चला। इस दौरान 13 सांसदों ने मतदान से परहेज़ किया—जिनमें बीजू जनता दल के सात, भारत राष्ट्र समिति के चार, शिरोमणि अकाली दल के एक और एक निर्दलीय सांसद शामिल रहे।
इस बार मुकाबला एनडीए उम्मीदवार और महाराष्ट्र के राज्यपाल सी. पी. राधाकृष्णन तथा इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी न्यायमूर्ति बी. सुदर्शन रेड्डी के बीच हुआ।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सबसे पहले मतदान किया। उनके बाद केंद्रीय मंत्री अमित शाह, राजनाथ सिंह, जे. पी. नड्डा, किरेन रिजिजू सहित कई नेता मतदान करने पहुँचे। विपक्ष की ओर से राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी अपने वोट डाले।
सी. पी. राधाकृष्णन के उपराष्ट्रपति चुने जाने के साथ ही तमिलनाडु से एक और नेता ने इस संवैधानिक पद की परंपरा को आगे बढ़ाया है।