आरएसएस ने सीजेआई बी.आर. गवई की मां को दिया विजयदशमी कार्यक्रम का आमंत्रण, अमरावती बनेगा आयोजन स्थल

cji-br-gavai-mother-kamaltai-invited-vijayadashami-program-281546741-16x9

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) ने इस बार अपने पारंपरिक विजयदशमी उत्सव के लिए एक खास कदम उठाया है। संघ ने देश के मुख्य न्यायाधीश (CJI) बी.आर. गवई की मां कमलताई गवई को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया है। यह कार्यक्रम महाराष्ट्र के अमरावती में आयोजित होगा और संघ के शताब्दी वर्ष समारोह की शुरुआत के साथ विशेष महत्व रखेगा।


अमरावती में पहली बार होगा आयोजन

आरएसएस का विजयदशमी कार्यक्रम आमतौर पर नागपुर में होता है, जहां संघ प्रमुख मोहन भागवत पारंपरिक शस्त्र पूजन और पथ संचलन का नेतृत्व करते हैं। लेकिन इस बार आयोजन स्थल बदलकर अमरावती कर दिया गया है। माना जा रहा है कि शताब्दी वर्ष को देखते हुए संघ विभिन्न शहरों में कार्यक्रम आयोजित कर अपनी पहुंच और प्रभाव को और व्यापक बनाना चाहता है।


कमलताई गवई का सम्मान

कमलताई गवई सामाजिक गतिविधियों और जनसेवा से लंबे समय से जुड़ी रही हैं। उन्हें कार्यक्रम में आमंत्रित किया जाना न सिर्फ उनके सामाजिक योगदान का सम्मान है बल्कि न्यायपालिका के सर्वोच्च पद पर बैठे सीजेआई बी.आर. गवई के पारिवारिक जुड़ाव के कारण भी इस आमंत्रण को विशेष महत्व मिल रहा है। यह कदम संघ की ओर से समाज के विविध वर्गों को प्रतीकात्मक रूप से जोड़ने की पहल माना जा रहा है।


शताब्दी वर्ष की पृष्ठभूमि

आरएसएस ने अपनी स्थापना के 100 वर्ष पूरे करने के उपलक्ष्य में देशभर में विशेष आयोजनों की श्रृंखला शुरू की है। विजयदशमी उत्सव को संघ की विचारधारा और संगठनात्मक शक्ति का प्रतीक माना जाता है। ऐसे में इस वर्ष का आयोजन ऐतिहासिक स्वरूप लेने वाला है। अमरावती में होने वाला यह कार्यक्रम उसी दिशा में एक अहम कड़ी है।


राजनीतिक और सामाजिक संकेत

इस आमंत्रण को लेकर राजनीतिक हलकों में भी हलचल है। विश्लेषकों का मानना है कि आरएसएस समाज के विभिन्न हिस्सों और प्रतिष्ठित परिवारों को जोड़कर अपने शताब्दी वर्ष को सामाजिक समरसता का संदेश देने वाले अभियान में बदलना चाहता है। वहीं, न्यायपालिका से जुड़े परिवार की मौजूदगी कार्यक्रम को और चर्चित बना रही है।


👉 कुल मिलाकर, अमरावती का विजयदशमी कार्यक्रम आरएसएस के लिए ऐतिहासिक अवसर होगा। कमलताई गवई की उपस्थिति इसे न सिर्फ औपचारिक बल्कि सामाजिक और राजनीतिक दृष्टि से भी अहम बना देगी।

Share it :

End