
दिल्ली हाईकोर्ट में शुक्रवार को दिवंगत बिजनेसमैन संजय कपूर की संपत्ति विवाद की सुनवाई के दौरान करिश्मा कपूर और प्रिया सचदेवा कपूर की ओर से पेश हुए वकीलों में जोरदार बहस देखने को मिली। दोनों पक्षों की कानूनी टीमों ने एक-दूसरे पर तीखे तंज कसे, जिससे अदालत का माहौल गरमा गया।
करीब 30,000 करोड़ रुपये की संपत्ति को लेकर यह विवाद सामने आया है। करिश्मा कपूर और उनके बच्चे समायरा व कियान का कहना है कि संजय कपूर की वसीयत से उन्हें पूरी तरह बाहर रखा गया है। उनका आरोप है कि पहले परिवार को बताया गया था कि कोई वसीयत मौजूद नहीं है, लेकिन बाद में 21 मार्च 2025 की एक नई वसीयत पेश की गई, जो संदिग्ध लगती है।
वहीं, प्रिया सचदेवा का दावा है कि उनके बच्चों को पहले ही ट्रस्ट के ज़रिए लगभग 1,900 करोड़ रुपये की संपत्ति मिल चुकी है। सुनवाई के दौरान प्रिया की ओर से वकील राजीव नायर ने अपना पक्ष रखा, जबकि करिश्मा का प्रतिनिधित्व वरिष्ठ वकील महेश जेठमलानी ने किया। बहस के दौरान जेठमलानी ने चेतावनी भरे लहज़े में कहा—“अगर आप ऊंची आवाज़ में बोलेंगे, तो इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी।” इस पर नायर ने बीच में टोकने का विरोध करते हुए जेठमलानी को संयम रखने की नसीहत दी।
अभी मामला विचाराधीन है और अदालत ने अगली सुनवाई के लिए तारीख तय की है। संजय कपूर की विशाल संपत्ति का बंटवारा किसके पक्ष में होगा, इस पर सभी की निगाहें टिकी हैं।