
दिल्ली पुलिस की जांच में स्वामी चैतन्यानंद की असलियत धीरे-धीरे उजागर हो रही है। जांच के दौरान सामने आए कई स्क्रीनशॉट्स इस बात की पुष्टि करते हैं कि स्वामी चैतन्यानंद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर लड़कियों की तस्वीरों पर आपत्तिजनक और अश्लील कमेंट्स करता था। यह खुलासा उनके धार्मिक और सामाजिक व्यक्तित्व के विपरीत है।
स्क्रीनशॉट्स में दर्ज अश्लील हरकतें
पुलिस को मिले स्क्रीनशॉट्स में दिखाया गया है कि स्वामी चैतन्यानंद ने लड़कियों की तस्वीरों पर अश्लील भाषा, भद्दे सुझाव और आपत्तिजनक टिप्पणियां की हैं। इनमें स्पष्ट रूप से उनके दुर्व्यवहार की पैटर्न और प्रवृत्ति देखने को मिल रही है। यह न केवल उनकी निजी छवि को धूमिल करता है, बल्कि उनके सार्वजनिक और धार्मिक चेहरें पर भी सवाल खड़े करता है।
साइबर टीम जांच में जुटी
दिल्ली पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए साइबर क्राइम टीम को सक्रिय किया है। टीम सोशल मीडिया चैट्स, निजी संदेश और डिजिटल संवाद के सभी सबूतों की पड़ताल कर रही है। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, जांच में यह तय किया जाएगा कि स्वामी चैतन्यानंद की यह हरकत सजायाफ्ता अपराध के अंतर्गत आती है या नहीं।
कानूनी और सामाजिक प्रभाव
इस खुलासे के बाद सोशल मीडिया और जनता में हलचल मची हुई है। विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह की हरकतें नैतिक और सामाजिक रूप से गलत हैं और युवतियों की सुरक्षा तथा निजता पर सीधा हमला हैं। मामले ने यह भी उजागर किया कि धार्मिक या समाज में उच्च प्रतिष्ठा रखने वाले व्यक्तियों की व्यक्तिगत गतिविधियों पर सतर्क निगरानी कितनी जरूरी है।
आगे की कार्रवाई
पुलिस ने कहा है कि जांच पूरी होने के बाद यदि स्वामी चैतन्यानंद दोषी पाए जाते हैं, तो उन पर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा, संबंधित लड़कियों से बयान दर्ज किए जा रहे हैं और सभी डिजिटल सबूत सुरक्षित किए जा रहे हैं।
👉 यह मामला समाज के लिए चेतावनी की तरह है कि किसी की धार्मिक या सामाजिक प्रतिष्ठा से प्रभावित होकर निजता और सुरक्षा की अनदेखी नहीं की जा सकती।