शेयर बाजारों ने सोमवार को नए सप्ताह की शुरुआत सपाट नोट पर की, क्योंकि निवेशक निरंतर विदेशी फंड बहिर्वाह और मूल्यांकन चिंताओं के बीच सतर्क रहे। इस बीच शुरुआती कारोबार में रुपया पांच पैसे बढ़कर 88.74 प्रति डॉलर पर पहुंच गया।

शेयर बाजार में कारोबारी हफ्ते की शुरुआत में बढ़त दर्ज की गई है। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का सेंसेक्स सोमवार को खुलने के साथ ही करीब 150 अंक ऊपर पहुंचकर 81,300 का आंकड़ा पार कर गया। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 50 अंक तक चढ़ा और 24,940 के ऊपर पहुंच गया। हालांकि, कारोबार बढ़ने के साथ ही दोनों सूचकांकों में गिरावट देखी गई। विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की बिकवाली और उच्च मूल्यांकन जैसे बाहरी दबावों के कारण बाजार पिछले 13 महीनों से कमजोर प्रदर्शन कर रहा है, जिससे बिकवाली की होड़ और बढ़ गई है।
रुपया पांच पैसे बढ़कर 88.74 डॉलर पर पहुंचा
घरेलू शेयर बाजारों में सकारात्मक रुख और आईपीओ से संबंधित संभावित निवेश के चलते सोमवार को शुरुआती कारोबार में रुपया पांच पैसे बढ़कर 88.74 प्रति डॉलर पर पहुंच गया। विदेशी मुद्रा व्यापारियों ने कहा कि रुपया सीमित दायरे में कारोबार कर रहा है, क्योंकि पूंजी के निरंतर बहिर्वाह और भू-राजनीतिक घटनाक्रमों के कारण यह दबाव में है।
भारतीय बाजारों ने 13 महीनों से खराब प्रदर्शन किया
बैंकिंग और बाजार विशेषज्ञ अजय बग्गा ने कहा कि पिछले सप्ताह के मामूली सुधार के बावजूद भारत में खबरें इतनी उत्साहजनक नहीं हैं। सितंबर 2024 में सर्वकालिक उच्च स्तर से भारतीय बाजारों के लिए सरासर खराब प्रदर्शन और नकारात्मक रिटर्न के 13 महीने बीत चुके हैं। एफपीआई की बिक्री सितंबर में जारी रही, और जोखिम यह है कि 2026 की दूसरी तिमाही के लिए एक और कमजोर आय तिमाही, भावनाओं को मंद रखेगी। उन्होंने कहा कि 9 अक्तूबर से आय सत्र शुरू होने वाला है, और कंपनी के परिणाम बाजार गतिविधि का केंद्रबिंदु बन जाएंगे।
बग्गा ने कहा कि अमेरिका के साथ व्यापार समझौता दूर की कौड़ी लग रहा है, और हमें नवंबर तक सीमित राहत मिलने की उम्मीद है। यूरोपीय संघ और ब्रिटेन के मुक्त व्यापार समझौते भी धीमी गति से आगे बढ़ रहे हैं।
एलजी इलेकट्रॉनिक्स का आईपीओ आवेदन के लिए खुला
इस बीच, एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया लिमिटेड का आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) पूर्व-आवेदन के लिए खुल गया है। आईपीओ का मूल्य दायरा 1,080 रुपये से 1,140 रुपये प्रति शेयर के बीच तय किया गया है, जिसका निर्गम आकार 11,607 करोड़ रुपये है। यह आईपीओ 7 अक्तूबर को खुलेगा और 9 अक्तूबर, 2025 को बंद होगा।
डोनाल्ड ट्रंप के शांति फॉर्मूले का पड़ा सीमित असर
वैश्विक मोर्चे पर, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने घोषणा की है कि हमास ने उनके शांति फॉर्मूले पर सहमति जता दी है, जिसके तहत वे सैन्यीकरण और इस्राइली बंधकों को रिहा करेंगे। हालांकि, बाजार की प्रतिक्रिया सीमित रही है क्योंकि संघर्ष का दायरा अभी भी छोटा है, इसके बढ़ने की संभावना ने निवेशकों को कुछ समय के लिए चिंतित जरूर किया था।
जापान की राजनीति से बाजार में उत्साह
सबसे बड़ा बदलाव जापान से आया, जहां सत्तारूढ़ दल ने एक मौद्रिक और राजकोषीय कबूतर और पहली महिला प्रधानमंत्री पद की उम्मीदवार, साने ताकाइची को चुना। इससे निवेशकों का उत्साह बढ़ा और सोमवार के सत्र में जापान का निक्केई 225 सूचकांक 4.6 प्रतिशत से ज़्यादा चढ़ गया।
अन्य एशियाई बाजारों में रहा मिला-जुला रुख
अन्य एशियाई बाजारों में कारोबार मिला-जुला रहा। हांगकांग का हैंग सेंग सूचकांक 0.8 प्रतिशत नीचे था, जबकि सिंगापुर का स्ट्रेट्स टाइम्स सूचकांक 0.08 प्रतिशत की मामूली बढ़त में था। कुल मिलाकर, वैश्विक आशावाद और चुनिंदा क्षेत्रीय मजबूती के बावजूद, घरेलू बाजार आय सीजन, एफआईआई गतिविधि के रुझान और वैश्विक नीतिगत विकास से पहले सतर्क बने हुए हैं।