लखीमपुर खीरी के धौरहरा क्षेत्र में किसान पर तेंदुए ने हमला कर दिया। तेंदुआ उसे खेत में खींच ले गया, जिससे किसान की मौत हो गई। खेत में अधखाया शव बरामद हुआ।

लखीमपुर खीरी के धौरहरा वन रेंज के ग्राम दोंदरा पंडितपुरवा में रविवार सुबह तेंदुए के हमले में किसान मन्नालाल (35) की मौत हो गई। मन्नालाल का अधखाया शव दोपहर बाद गन्ने के खेत में मिला। परिजनों के मुताबिक मन्नालाल पड़ोस के गांव लोकईपुरवा निवासी शंकर के गन्ने के खेत में घास काटने गए थे। वहां तेंदुए ने उन पर हमला कर दिया। पैर का मांस खाते हुए तेंदुआ उन्हें खींचकर खेत के भीतर ले गया। मौके पर ही उनकी मौत हो गई।
दोपहर तक वह नहीं लौटे तो परिजनों को चिंता हुई। गांव के कुछ लोगों को साथ लेकर वे उनकी तलाश में निकले। खोजबीन के दौरान शंकर के खेत में मन्नालाल का शव मिला। सूचना पर पुलिस और वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। रेंजर नृपेंद्र चतुर्वेदी ने बताया कि वन विभाग की टीम निगरानी कर रही है।
एक माह में चार लोगों पर हमले कर चुके तेंदुए
बीते तीन-चार माह से जिले के अलग-अलग क्षेत्रों में आबादी के करीब तेंदुओं की चहलकदमी ने लोगों की मुसीबत बढ़ा दी है। आबादी के बीच पालतू कुत्तों और छोटे मवेशियों को अपना निवाला बनाने के साथ ही तेंदुए इंसानों पर भी हमलावर हो रहे हैं। बीते एक माह में ही चार लोगों पर इस हिंसक वन्यजीव ने हमला किया, जिसमें एक की मौत हो गई।
चार अक्तूबर को रमजान पर किया था हमला
धौरहरा तहसील के ईसानगर क्षेत्र में गांव खजुआ निवासी रमजान पर एक दिन पहले चार अक्तूबर को तेंदुए ने हमला कर दिया था। इससे वह मामूली रूप से घायल हो गए। रमजान शनिवार को साइकिल से खेतों की ओर जा रहे थे, तभी पीछे से झांड़ियों में छिपे तेंदुए ने अचानक झपट्टा मार दिया। इससे पहले धौरहरा के बबुरी भट्ठे पर करीब दो माह पहले एक तेंदुए ने छह से ज्यादा लोगों को घायल कर दिया था।
उधर, रमियाबेहड़ क्षेत्र में बाजार से घर जा रहे गांव बबियारी निवासी मिश्रीलाल पर बीती 23 सितंबर को तेंदुए ने हमला कर घायल कर दिया था। गांव नकहा के मजरा केवलपुरवा निवासी पूर्व प्रधान प्रकाशचंद उर्फ मोतीलाल बीती 10 सितंबर को गांव सहजनी स्थित अपने खेत देखने गए थे। वहां पहले से बैठे तेंदुआ ने उनके ऊपर हमलाकर घायल कर दिया था।
इन क्षेत्रों में भी खौफ
मझगईं क्षेत्र के चौखड़ा फार्म में तेंदुए का खौफ फैला हुआ है। बीते माह में छह से अधिक कुत्तों को तेंदुआ मार चुका है। पूर्व प्रधान के फार्म हाउस के पास तेंदुआ डेरा जमाए हुए हैं। फरधान के गांव गनेशपुर, करनपुर और हरिहरपुर के पास बीते माह से तेंदुआ देखा रहा है, जो आए दिन जानवरों का शिकार कर रहा है। वन विभाग ने पिंजरा लगाया है, पर अब तक तेंदुआ पकड़ा नहीं जा सका है। इसके अलावा निघासन के ग्रंट नंबर 12 और सिंगाही क्षेत्र समेत महेवागंज के भी कुछ गांवों में तेंदुओं केा खौफ है।