
पंजाब के फरीदकोट जिले के बरगाड़ी गांव में एक खुशियों भरा माहौल मातम में बदल गया, जब शादी से कुछ घंटे पहले ही 20 वर्षीय दुल्हन की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई। जिस घर से आज डोली उठनी थी, वहां से अर्थी उठी। पूरा गांव सदमे में है और परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
🔹 शादी की तैयारियों के बीच हुआ हादसा
जानकारी के अनुसार, बरगाड़ी गांव निवासी किरन (20 वर्ष) की शादी शनिवार को तय थी। घर में रिश्तेदार और मेहमान पहुंचे हुए थे, सजावट पूरी हो चुकी थी, और बारात के स्वागत की तैयारियां चल रही थीं।
लेकिन अचानक किरन की तबीयत बिगड़ गई। परिजनों ने उसे तुरंत अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने जांच के बाद बताया कि उसे गंभीर हृदयाघात (हार्ट अटैक) आया है। इलाज शुरू होने से पहले ही उसने दम तोड़ दिया।
🔸 खुशियों से मातम में बदला माहौल
किरन की मौत की खबर जैसे ही गांव में फैली, माहौल शोक में डूब गया। जहां सुबह तक शादी के गीत और बैंड-बाजे की आवाजें गूंज रही थीं, वहीं कुछ ही घंटों बाद क्रंदन और विलाप की चीखें सुनाई देने लगीं।
परिजनों ने बताया कि किरन पूरी तरह स्वस्थ थी और उसे पहले कभी कोई गंभीर बीमारी नहीं हुई थी।
“वो सुबह तक सबके साथ हंस-बोल रही थी, मेहंदी लगवा रही थी… किसे पता था कि शाम से पहले उसकी सांसें थम जाएंगी,”
— किरन की एक रिश्तेदार ने रोते हुए कहा।
🔹 डॉक्टरों ने बताया — स्ट्रेस हो सकता है कारण
अस्पताल प्रशासन के मुताबिक, प्रारंभिक जांच में दिल का दौरा पड़ना (Cardiac Arrest) मौत का कारण बताया गया है।
डॉक्टरों का कहना है कि मानसिक तनाव, थकान और शादी की भागदौड़ के कारण अचानक हृदय की धड़कन रुक सकती है, जिससे युवा उम्र में भी ऐसी घटनाएं हो जाती हैं।
🔸 गांव में पसरा सन्नाटा
गांव के लोग बताते हैं कि किरन अपनी सादगी और मिलनसार स्वभाव के लिए जानी जाती थी। उसकी मौत ने सभी को झकझोर कर रख दिया है।
गांव के गुरुद्वारे में लोगों ने उसके लिए अरदास की और परिजनों को सांत्वना दी।
🔹 सोशल मीडिया पर भी शोक की लहर
यह घटना सोशल मीडिया पर भी तेजी से फैल गई। लोगों ने किरन की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करते हुए लिखा कि “किसी के सपनों की डोली को अर्थी में बदलते देखना सबसे बड़ी त्रासदी है।”
🔚 निष्कर्ष
बरगाड़ी गांव की यह दर्दनाक घटना दिखाती है कि जीवन कितना अनिश्चित है। जिस लड़की की डोली उठनी थी, उसी दिन उसकी अर्थी उठ गई।
गांव में अब भी शोक की लहर है, और हर कोई यही कह रहा है — “भगवान किसी माता-पिता को ऐसा दिन न दिखाए।”